इजराइल ने गुरुवार को दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर एक बड़े हवाई हमले को अंजाम दिया, जो अब तक के सबसे भीषण हमलों में से एक माना जा रहा है। इजराइली रक्षा बलों (IDF) ने बताया कि इस हमले में 100 से अधिक रॉकेट लॉन्चर, जो इजराइल पर हमले के लिए तैयार किए गए थे, नष्ट कर दिए गए। इसके अलावा, हिजबुल्लाह के कई भवनों और एक हथियार डिपो को भी निशाना बनाया गया।
यह हमला हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की धमकी के कुछ घंटों बाद हुआ, जिसमें उन्होंने अपने संगठन के सदस्यों पर इजराइल द्वारा किए गए “बेरहम हमलों” का बदला लेने का ऐलान किया था। नसरल्लाह ने इजराइल पर हिजबुल्लाह के संचार उपकरणों को उड़ाने का आरोप लगाया, जिसके चलते 37 लोगों की मौत और लगभग 3,000 लोग घायल हुए थे। नसरल्लाह ने इसे “नरसंहार” करार देते हुए इजराइल को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने इसे युद्ध का नया चरण बताते हुए कहा कि यह संघर्ष अब गाज़ा से उत्तर की ओर लेबनान की सीमा तक फैल गया है। हिजबुल्लाह, जो ईरान समर्थित है, लगातार इजराइली सीमाओं पर हमले कर रहा है, जिससे दोनों देशों के सीमावर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर नागरिकों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। इजराइली नागरिकों को बम शेल्टर के करीब रहने और बाहरी गतिविधियों को सीमित रखने के निर्देश दिए गए हैं।
लेबनान के विदेश मंत्री अब्दल्ला बौ हबीब ने इजराइली हमलों की निंदा करते हुए इसे लेबनान की संप्रभुता और सुरक्षा पर सीधा हमला बताया। इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है, ताकि इस संघर्ष को और अधिक बढ़ने से रोका जा सके। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने भी इजराइल को चेतावनी दी कि उसके हमलों का “करारा जवाब” दिया जाएगा।