झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने हाल ही में अपनी पार्टी के भीतर के घटनाक्रमों को लेकर गहरी निराशा और आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि कैसे उन्हें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जमानत पर रिहा होने के बाद पार्टी में हाशिए पर डाल दिया गया।
चंपई सोरेन ने अपनी पीड़ा को साझा करते हुए कहा कि उन्हें तबाह महसूस हुआ जब पार्टी ने उन्हें उनके पद से इस्तीफा देने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि कैसे पार्टी ने उनके कार्यक्रमों को अचानक रद्द कर दिया, खासकर हुल दिवस के बाद, जो संथाल विद्रोह के नेता सिद्धो कान्हू की याद में मनाया जाता है। इस घटना ने उन्हें भीतर से तोड़ दिया और उन्होंने खुद को अकेला और असहाय महसूस किया।
सोरेन ने बताया कि वे दो दिनों तक चुपचाप बैठे रहे और इस पूरे मामले में अपनी गलती खोजने की कोशिश की, लेकिन कुछ समझ नहीं पाए। उन्होंने कहा, “मुझे सत्ता का लालच नहीं था, लेकिन मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंची। मुझे इस अपमान का किससे साझा करूं? मैं अपने ही लोगों से मिले इस दर्द को कहां व्यक्त करूं?”
सोरेन ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर तीन विकल्पों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनके पास तीन विकल्प हैं—पहला, राजनीति से संन्यास लेना; दूसरा, अपना खुद का संगठन बनाना; और तीसरा, अगर उन्हें कोई सही साथी मिलता है, तो उसके साथ इस यात्रा को आगे बढ़ाना।
इस बयान के बाद, अटकलें लगाई जा रही हैं कि सोरेन भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह दिल्ली किसी BJP नेता से मिलने नहीं गए हैं, बल्कि उनका दौरा व्यक्तिगत है। उन्होंने कहा, “झारखंड विधानसभा चुनाव तक मेरे सभी विकल्प खुले हैं।”
चंपई सोरेन ने बताया कि उन्हें पिछले तीन दिनों से लगातार अपमान का सामना करना पड़ा, जिससे वे अपने आंसू रोकने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मैंने महसूस किया कि उस पार्टी में मेरी कोई पहचान नहीं थी, जिसके लिए मैंने अपनी पूरी जिंदगी समर्पित कर दी थी।”
सोरेन ने किसी का नाम लिए बिना कहा, “वे केवल कुर्सी में रुचि रखते थे।” उन्होंने यह भी संकेत दिया कि कई अन्य अपमानजनक घटनाएं भी हुईं, जिन्हें वे इस समय सार्वजनिक नहीं करना चाहते।
सोरेन का दिल्ली दौरा इस समय विशेष ध्यान आकर्षित कर रहा है, क्योंकि यह संभावना जताई जा रही है कि वे BJP में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, सोरेन ने खुद यह नहीं कहा है कि वे BJP के साथ किसी तरह की बातचीत कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपने ट्वीट में संकेत दिया कि उनके राजनीतिक विकल्प अब खुले हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने झारखंड की राजनीति में हलचल मचा दी है, और आने वाले दिनों में चंपई सोरेन का अगला कदम राजनीतिक पटल पर महत्वपूर्ण हो सकता है।