बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जनता दल (यूनाइटेड) सुप्रीमो नीतीश कुमार पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कटाक्ष करते हुए कहा ‘आया राम, गया राम’ ।
जिसका अर्थ है जो आदमी बार बार पाला बदलता हो। पर इस बार खड़गे ने राम नाम का इस कटाक्ष में इस्तेमाल करके बड़ी गलती करदी है जिससे सनातन को मानने वाले और राम भक्तो को आस्था को ठेस पहुंची है।
खड़गे के कहने का मतलब नीतीश की वफादारी पर सवाल उठाने से है जो किसी के सगे नही है। और एक बार फिर जिन्होंने बिहार की राजनीति में रातोरत बदलाव करके भूचाल ला दिया है। नीतीश जो सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री के पद पर बने रहना चहतेभाई ने अब भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया है । जिसके चलते उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। राज्यपाल को इस्तीफा सौंपकर वो अब फिर से बीजेपी गठबंधन के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे ।
पर खड़गे अपने बयान के कारण थोड़ा फस गए है । उन्होंने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार के इरादों के बारे में पहले से ही संकेत था.
खड़गे ने राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बिहार के उपमुख्यमंत्री (तेजस्वी यादव) और लालू प्रसाद यादव ने इस बारे में संकेत दिया था और आज यह सच हो गया। ‘ऐसे देश में बहुत सारे लोग हैं, आया राम गया राम’…”
खड़गे ने कहा की अगर नीतिश रुकना चाहते तो रुक जाते लेकिन वह जाना चाहते है।’ इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया अलायंस को बरकरार रखने के लिए अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा.”
खड़गे ने कहा की बिहार की जनता ऐसे धोखा देने वालों को और उन्हें अपने इशारों पर नचाने वालों को माफ नहीं करेगी । यह बिल्कुल स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री और भाजपा भारत जोड़ो न्याय यात्रा से डरे हुए हैं और इससे ध्यान भटकाने के लिए यह राजनीतिक नाटक रचा गया है।”
आरजेडी और कांग्रेस के साथ 18 महीने के गठबंधन को खत्म करने का कारण बताते हुए, नीतीश कुमार ने कहा कि “कुछ भी सही नहीं था
यह स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं था । मैं सभी से विचार ले रहा था। मैंने उन सभी की बात सुनी। सहमति नहीं बनी और आज नई सरकार का गठन हो रहा है ।