नरेश मीणा ने खून से किया था किरोड़ी लाल मीणा का तिलक, पायलट के भी रहे खास; जानिए कौन है यह ‘बवाली नेता’

राजस्थान उपचुनाव में देवली-उनियारा विधानसभा सीट सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही और उससे भी ज्यादा चर्चा में रहा निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा (Naresh Meena) का थप्पड़कांड. एसडीएम अमित चौधरी (SDM Amit Chaudhary) को थप्पड़ मारने के बाद अब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. कभी डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के खास रहे नरेश मीणा को दिग्गज कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) का भी करीबी माना जाता है. लेकिन सियासत में उनकी पहचान हमेशा बागी के तौर पर ही रही. ऐसा पहली बार नहीं है जब उन्होंने कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ा हो. इससे पहले भी विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के लिए चुनौती पेश की थी.

छबड़ा से लड़े विधानसभा चुनाव, मिले थे करीब 44 हजार वोट
बारां जिले के छबड़ा जिले के रहने वाले नरेश मीणा ने पिछले साल इसी सीट से टिकट मांगा था. जब कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो वह बागी हो गए. कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ा और बतौर निर्दलीय उम्मीदवार उन्होंने करीब 44 हजार वोट हासिल कर कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचाया था. जबकि इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार ने करीब 5 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव में फिर से टिकट की मांग की. इस बार उन्होंने दौसा लोकसभा सीट से दावेदारी जताई. हालांकि इस दौरान मार्च में कांग्रेस ने उन्हें वापस पार्टी में ले लिया.

साल 2023 में नरेश मीणा की रिहाई की मांग के लिए हुआ था प्रदर्शन
पिछले साल 19 सितंबर को भी नरेश मीणा ने पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तब उनकी रिहाई की मांग को लेकर हजारों समर्थकों ने कलेक्ट्रेट घेर लिया था. दरअसल, बारां में मोठपुर थाना क्षेत्र के कालातालाब क्षेत्र में कांग्रेस नेता दिनेश मीणा की मारपीट के बाद मौत हो गई थी. उनकी मौत से गुस्साए लोगों ने नरेश मीणा के नेतृत्व में उग्र प्रदर्शन किया था. इस दौरान रास्ता जाम कर एक बस जला दी थी. इस मामले में नरेश मीणा को गिरफ्तार किया गया है. नरेश मीणा के खिलाफ IPC की धारा 143, 283, 435, 353, 427 में मामला दर्ज किया गया. जब कोर्ट ने उन्हें रिमांड पर रखने के निर्देश दिए तो उनकी रिहाई की मांग को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन हुआ.

‘छोटा किरोड़ी’ कहकर बुलाते हैं समर्थक
नरेश मीणा का राजनीतिक करियर साल 2003 से शुरू हुआ. उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के महासचिव का चुनाव जीता था. इसी दौरान उनकी मुलाकात किरोड़ी लाल मीणा से हुई और वे उनके शागिर्द बन गए, जब वह सामाजिक आंदोलनों में किरोड़ी लाल के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने लगे तो उन्हें ‘छोटा किरोड़ी’ कहा जाने लगा. साल 2017 में जयपुर में मीणा समाज की रैली थी. तब नरेश मीणा ने अपने अंगूठे पर कट लगाकर किरोड़ीलाल मीणा का खून से तिलक किया था. कांग्रेस नेता सचिन पायलट के करीबी और बड़े समर्थक के रूप में भी नरेश मीणा को पहचाना जाता रहा है. हालांकि टिकट नहीं मिलने से पार्टी से नरेश मीणा ने बगावत कर दी.

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