इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान में हुई घातक हवाई हमलों के बाद लेबनानी जनता को एक महत्वपूर्ण संदेश भेजा। हाल ही में हुए इन हमलों में लगभग 500 लोग मारे गए, जिसके बाद नेतन्याहू ने वीडियो संदेश जारी कर हिज़बुल्लाह के खिलाफ अपनी लड़ाई की बात कही, और लेबनानी नागरिकों से अपील की कि वे “मानव ढाल” न बनें।
प्रमुख बिंदु:
- लेबनान की जनता के लिए अपील: नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल की लड़ाई लेबनानी जनता से नहीं, बल्कि हिज़बुल्लाह से है, जो उनके घरों में मिसाइलें और हथियार छिपाकर उन्हें खतरे में डाल रहा है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे अपने जीवन को खतरे में न डालें और हिज़बुल्लाह के हाथों का मोहरा न बनें।
- IDF की चेतावनी: इस्राइली रक्षा बल (IDF) ने पहले ही लेबनानी नागरिकों को उन क्षेत्रों से हटने की चेतावनी दी है, जहां हिज़बुल्लाह ने हथियार जमा किए हुए हैं। नेतन्याहू ने नागरिकों से कहा कि वे इस चेतावनी को गंभीरता से लें और तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
- हिज़बुल्लाह पर आरोप: नेतन्याहू ने हिज़बुल्लाह पर आरोप लगाया कि वह लेबनानी नागरिकों के घरों और गाड़ियों में मिसाइलें छिपा रहा है, जिन्हें इस्राइल पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस्राइल को अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए इन हथियारों को नष्ट करना होगा।
- बड़े पैमाने पर हवाई हमले: इस्राइल ने “ऑपरेशन नॉर्दर्न एरो” के तहत दक्षिण और पूर्वी लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इन हमलों में बेरूत को भी निशाना बनाया गया, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
- हताहतों की संख्या: लेबनान के हिज़बुल्लाह के नेतृत्व वाले स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन हमलों में अब तक 492 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 35 बच्चे और 58 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा, 1,645 लोग घायल हुए हैं और हजारों परिवार विस्थापित हो गए हैं।
- आंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं: अरब देशों और कई वैश्विक शक्तियों ने इन हमलों की निंदा की है और इस्राइल और हिज़बुल्लाह से संघर्ष को बढ़ाने से रोकने की अपील की है। हालांकि, दोनों पक्षों ने पीछे हटने से इंकार कर दिया है और संघर्ष जारी रखा है।
- हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रिया: हिज़बुल्लाह ने कहा है कि वे एक “नई चरण” में प्रवेश कर चुके हैं और इस्राइली सैन्य ठिकानों पर रॉकेट दाग रहे हैं। शुक्रवार को एक इस्राइली हमले में हिज़बुल्लाह के एक उच्च अधिकारी की मौत के बाद यह प्रतिक्रिया आई है।
यह स्थिति इस्राइल और लेबनान के बीच तनाव को और बढ़ा रही है, और आंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा शांति की अपील के बावजूद, दोनों पक्ष संघर्ष से पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे हैं।