रविवार को शपथ ले सकते हैं नीतीश कुमार जो भारत में मुख्यमंत्री होने के मामले में सबसे ज्यादा बार मुख्य्मंत्री रह चुके है। भाजपा के सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री होंगे । इस बार फिर से नीतीश कुमार ने पलटी मारकर भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया है जो पिछली बार भाजपा को उल्टा सीधा कहने से बाज नहीं आ रहे थे।
सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार 28 जनवरी को बिहार में जनता दल (यूनाइटेड) और भाजपा के बीच नए गठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं।
एक समय उन्हें न केवल बिहार बल्कि भारत के सबसे होनहार नेताओं में से एक के रूप में जाना जाता था, कई लोग उन्हें “सुशासन बाबू” कहते थे – एक सुशासन वाला व्यक्ति। लेकिन नीतीश ने इतने मौकों पर अपनी राजनीतिक वफादारी बदली है कि अब कई लोग उन्हें “पलटू कुमार” कहते हैं – एक ऐसा व्यक्ति जो स्थिति के अनुसार पाला बदल लेता है। इस बार फिर उन्होंने लालूप्रसाद और आरजेडी का दामन छोड़ दिया और दिखा दिया की आप कितने बड़े पलटी कुमार है। उनका कोई राजनितिक चरित्र नही है।
फिर भी भाजपा उन्हें घर वापसी कर रही है ये जानकर भी की नीतीश कुमार मौका देखकर अपना पाला बदल लेते है। ये तो 2024 के लोकसभा चुनाव में उथल पुथल की जरा सी झलक है, अभी तो असली खेला बाकी है ।